शनि आपका मित्र है या शत्रु ? जानिए क्या कहते है World famous astrologer Gurudev GD Vashist जी।




Gurudev GD Vashist जी बताते है की शनि इस दुनिया की सबसे बड़ी शक्तियों में से एक है। शनि आपके अपने कर्मो के अनुसार ही देता है फल। अगर आप सबके साथ अच्छे रहते है और किसी बुरी आदत में नहीं पड़ते और शराब या मॉस का सेवन नहीं करते तो शनिदेव सदैव आपकी सहायता करते है। यदि आपका आचरण बिगड़ जाये या आप दुसरो के प्रति इर्षा का भाव रखने लगते है तो आपका शनि ख़राब हो जाता है।


इसलिए कहते है की जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में शनि शुभ होते है उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति ज़रूर होती है। शुभ शनि वाले व्यक्ति अपनी दिमागी शक्ति के कारण काफी चुस्त होते है और अपने काम चुटकियो में निकाल लेते है।

इस विषय में के बहुत ज़रूरी बात का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है की जिन लोगो का शनि अच्छा होता है उन लोगो को शनि से सम्बंधित चीज़े जैसे लोहा, सरसो का तेल, उड़द साबुत दाल, कील आदि चीज़ो का दान कभी नहीं करना चाहिए।

गुरुदेव जी. डी. वशिष्ठ जी बताते है की शनिदेव आकाश मंडल में बैठे हुए वह गुरु है जो अपने शिष्य को बहुत पीटते है लेकिन उसको पीट पीटकर कुंदन बना देता है। इसलिए जब भी शनिदेव की साढ़े साती आती है, जन्म कुंडली में अशुभ शनि वाले व्यक्तियों को खूब परेशानिया आती है।  इस समय में शनिदेव इंसान का अहम् तोड़ने का काम करते है और यदि शनिदेव खराबी करने पर आये तो राजा को भी दर दर का भिखारी बना देते है।

इसलिए इंसान को कहा जाता है की हर व्यक्ति को सेवा की भावना से देखा जाना चाहिए और किसी का बुरा करना तो दूर सोचना भी नहीं चाहिए।


अगर शनिदेव आपकी कुंडली में अशुभ बताये गए हो तो नीले और काले रंग से विशेष तौर पर सावधानी बरतनी चाहिए और कुंडली के आंकलन के हिसाब से दिए गए उपाय करने चाहिए।

ऊपर दिए उपाय हर व्यक्ति के लिए मान्य नहीं है। हम आपको सलाह देते है की कोई भी उपाय करने से पहले अपनी कुंडली का आंकलन ज़रूर करवाए। आप हम को  0124-6674671 पर कॉल करके अपनी कुंडली के बारे में जान सकते है।

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